उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा टनल में मालवा आने से 5 दिन बीतने के बावजूद 40 श्रमिक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी के प्रतिनिधि के तौर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी को स्थिति का जायजा लेने भेजा था, सिलक्यारा सुरंग की स्थिति जानने के बाद मंत्री प्रसाद नैथानी वापस देहरादून लौटे और प्रेस वार्ता करते हुए टनल हादसे में कंपनी की सबसे बड़ी लापरवाही बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी ने पैसा बचाने के लिए 40 जिंदगियो को खतरे में डाल दिया, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारियों में कोई संवाद ना होने की वजह से बचाव कार्यों में देरी हो रही है। इसको लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रपति से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराये जाने का आग्रह किया है।
मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है कि उसे सुरंग का काम राष्ट्रीय में तब तक बंद किया जाना चाहिए जब तक सुरंग का जीओलॉजिकल सर्वे क्लियर नहीं होता है उन्होंने कहा कि टनल के तकनीकी पहलूओं और गुणवत्ता की जांच के बाद ही काम शुरू किया जाना चाहिए। अन्यथा वहां पर कई जिंदगियां तबाह हो जाएगी।बाईट_ मंत्री प्रसाद नैथानी पूर्व कैबिनेट मंत्री