उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने उत्तराखंड में बाल आयोग के किए जा रहे कार्यों और अपने अब तक कार्यों का लेखा जोखा मीडिया के सामने रखा।
गीता खन्ना ने बताया की बाल संरक्षण आयोग उत्तराखंड में नशे और साइबर क्राइम को लेकर काम कर रहा है क्योंकि आज के दौर में ये दोनो ही समस्या है जो बच्चो की जिंदगी को खराब कर रही है इसलिए बेहद जरूरी है की बच्चो को नशे के प्रति और साइबर क्राइम के प्रति सचेत करना होगा।
गीता खन्ना ने बताया की पिछले एक वर्ष में आयोग ने बहुत से महत्त्वपूर्ण कार्य किए है जिसमे बच्चो की बाल विधान सभा का गठन और उसके कार्य , साथ ही बच्चो पर होने वाले शोषण को रोकने के लिए स्कूलों में निरीक्षण अभियान चलाए गए जहा साफ सफाई की व्यवस्था और टॉयलेट की व्यवस्था देखी गई जहा व्यवस्था नही थी वहा पर कार्यवाही भी की गई। इसके अलावा आर टी ओ से बातचीत कर नाबालिग के वाहन चलाने पर रोक लगाई गई है क्योंकि इसके कारण बहुत से हादसे हो रही थे साथ ही स्कूलों में रोड सेफ्टी के लिए जानकारी के लिए अभियान चलाए जा रहे है।
इतना ही नहीं ढाबों रेस्टोरेंट और होटल में छोटे बच्चों से जो कामकाज कराया जा रहा था पर भी रोक लगाने के लिए कार्रवाई की गई है। इसके लिए लगातार आयोग की टीम काम कर रही है और इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि बाल श्रम कहीं पर ना हो। आयोग का उद्देश्य है की बच्चो के हितों के लिए जो किया जा सके वह किया जा रहा है लगातार बच्चो के अधिकारों के लिए आयोग लड़ाई लड़ रहा है।