उत्तराखंड में स्मार्ट सिटी के कार्यों पर विवाद थमने का नाम नही ले रहा है…ताज़ा मामला स्मार्ट स्कूलों को लेकर सामने आया है जिसमे खुद बीजेपी के विधायक विनोद चमोली ने ही सवाल खडे किए है..आपको बता दे की स्मार्ट सिटी के चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के सौ से ज्यादा स्कूलों और शिक्षण संस्थानों के आसपास इन दिनों तेजी से फुटपाथों के सौंदर्यीकरण, वाल पेंटिंग, टाइलें लगवाने समेत अन्य कार्य करवाए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से कई ऐसे सरकारी स्कूल भी हैं, जिनके भवन जर्जर स्थिति में हैं। कहीं छत टपकती है तो कहीं छात्रों के बैठने के पर्याप्त इंतजाम नहीं है। वही बीजेपी विधायक विनोद चमोली का कहना है अच्छी बात है की चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के स्कूलों को स्मार्ट किया जाना सही है….लेकिन प्रदेश के कई स्कूल ऐसे हैं जिनके भवनों की स्थिति जर्जर है। कहीं फर्नीचर उपलब्ध करवाने के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करवाने की जरूरत है… उन्होंने सम्बंधित अधिकारियो को कहा है की समय रहते ये कार्य करवाने का भी प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजना चाहिए… वही बीजेपी विधायक के सवाल खडे करने के बाद राज्य में सियासत शुरू हों गईं है ।
देहरादून स्मार्ट सिटी की तर्ज पर सरकार अब स्कूलों को भी स्मार्ट बनाने में लगी हुई है….सरकार स्मार्ट सिटी के चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के सौ से ज्यादा स्कूलों और शिक्षण संस्थानों के आसपास इन दिनों तेजी से फुटपाथों के सौंदर्यीकरण, वाल पेंटिंग, टाइलें लगवाने समेत अन्य कार्य करवाए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से कई ऐसे सरकारी स्कूल भी हैं, जिनके भवन जर्जर स्थिति में हैं। कहीं छत टपकती है तो कहीं छात्रों के बैठने के पर्याप्त इंतजाम नहीं है। वही बीजेपी विधायक विनोद चमोली का कहना है अच्छी बात है की चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के स्कूलों को स्मार्ट किया जाना सही है….लेकिन प्रदेश के कई स्कूल ऐसे हैं जिनके भवनों की स्थिति जर्जर है। कहीं फर्नीचर उपलब्ध करवाने के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त कराए।
आपको बता दे स्मार्ट सिटी के चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के एसजीआरआर ब्लॉक बी खुड़बुड़ा, जीआईसी खुड़बुड़ा, मंगला देवी इंटर कॉलेज, डीएवी पीजी कॉलेज, साधु राम इंटर कॉलेज, श्री सनातन धर्म विद्यालय मोती बाजार, एमकेपी पीजी कॉलेज समेत 106 संस्थान हैं। वही बीजेपी विधायक विनोद चमोली के सवाल खडे करने के बाद राज्य में सियासत शुरू हों गईं है… विपक्षी दलों ने विधायक विनोद चमोली के बयान का समर्थन करते हुए स्मार्ट सिटी के कार्यो पर सवाल खड़े किएहै
कुल मिलाकर भाजपा विधायक विनोद चमोली ने सरकार से संगठन तक की मुश्किले अपने बयान से बढ़ा दी है…वही सरकार की कोशिश है की स्कूलों को स्मार्ट बनाकर बच्चों को बेहतर व्यवस्था दी जाये लेकिन विधायक विनोद चमोली के सुझावो को भी इंकार नही किया जा सकता है ऐसे में देखना होगा की क्या सरकार अपने ही विधायक के सुझाव पर अमल करेगी।