उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के तमाम मामले उजागर हो रहे हैं और उन पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन इससे भ्रष्टाचारी सबक नहीं ले रहे हैं। प्रदेश की राजधानी में एक अलग तरह का मामला सामने आया है जिसमें प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी कॉलेज के छात्रों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है। सीबीआई ने कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेज कर 14 छात्रों की रिपोर्ट मांगी है। डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह का कहना है कि कॉलेज में 14 हजार छात्र हैं, इनमें 14 छात्रों को आईडेंटिफाई करने में थोड़ा वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद ही साफ हो पाएगा कि वह छात्र डीएवी कॉलेज के हैं या नहीं।
मामला सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में कर्मचारी रखने का है। एक निजी कंपनी को 30 से 40 कांट्रेक्ट के कर्मचारी की सप्लाई के बदले एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। जबकि ये कर्मचारी केवल कागजों में रखे गए थे। असल में कोई कर्मचारी रखा ही नहीं था और इनमे 14 कर्मचारियों के दस्तावेज लगाए गए थे वे डीएवी कालेज के छात्रों के दस्तावेज थे। इस मामले में सीबीआई को डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश है। सीबीआई ने कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेजकर इन छात्रों के दस्तावेज और उनके बारे में जानकारी मांगी है। डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह का कहना है कि मेरे पास सीबीआई का पत्र आया है। सीबीआई ने कालेज से 14 छात्रों के बारे में जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि इसको वेरिफाई करवाया जा रहा है कि ये छात्र डीएवी के ही हैं या नहीं। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन के अधिकारी और कुछ निजी लोगों के खिलाफ केस किया है।