उत्तराखंड की धामी सरकार निरंतर चार धाम यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर करने की कवायद में जुटी हुई है…चार धाम यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए सरकार ने प्राधिकरण बनने पर मंथन शुरू कर दिया है…यात्रा को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए बनाए जाने वाले प्राधिकरण पर भी अब चर्चा शुरू हो गई है…प्राधिकरण के मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब उन्होंने देवस्थानम बोर्ड की स्थापना की थी, उस समय भी आलोचना की संभावना थी, लेकिन सरकार को आलोचनाओं से घबराना नहीं चाहिए। साथ ही उन्होंने ने कहा कि देश और दुनिया के तमाम हिंदू उत्तराखंड में आना चाहते है इसके लिए व्यवस्थित यात्रा की जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की है। लोग सुरक्षित आए और सुरक्षित जाएं। इसको ध्यान में रखते हुए देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया था। जिस पर सबकी सहमति ली गई थी। जिसमें कई लोगों के तत्कालिक सरकार को सुझाव भी प्राप्त हुए थे। लेकिन कुछ लोगों की वजह से यह देवस्थानम बोर्ड भंग हुआ। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अब उत्तराखंड सरकार यात्रा प्राधिकरण बनाने की बात कर रही है। लेकिन नाम जो भी हो एक ऐसी रेगुलेटरी अथॉरिटी होनी चाहिए जो त्वरित निर्णय ले सके।