दस साल पुराने छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज रुड़की की करीब 1.97 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। दून-हरिद्वार में इस संस्थान की जमीनों और इमारतों को कुर्क किया गया।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ईडी द्वारा शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर जारी सूचना के अनुसार, दीन दयाल शर्मा एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ दून और हरिद्वार में छात्रवृत्ति घोटाले में यह कार्रवाई की गई। यह ट्रस्ट रुड़की में इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज संचालित करता है। देहरादून में भी इस संस्थान का भवन और जमीन है।
ईडी की जांच में पता चला कि उक्त संस्थान ने वर्ष 2013-14 और वर्ष 2016-17 के बीच समाज कल्याण विभाग, हरिद्वार की ओर से एससी/ एसटी छात्रों के नाम पर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति हड़पी। आरोप है कि छात्रवृत्ति को लेकर झूठे दावे किए गए, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा। जांच में पता चला कि गलत तरीके से कमाए गए रुपयों को दीन दयाल शर्मा एजुकेशन ट्रस्ट और कॉलेज के अन्य खातों में भेजा गया। इसका उपयोग ट्रस्टियों के खर्च में किया गया, साथ ही काफी रकम निकाली गई। इस मामले में ट्रस्ट से जुड़े विवेक शर्मा और अंकुर शर्मा को आरोपी बनाया गया था। हरिद्वार में भी इसे लेकर मुकदमा दर्ज है। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को संस्थान की दून-हरिद्वार की संपत्तियों को जब्त किया। ईडी ने इनका मूल्य करीब 1.97 करोड़ रुपये आंका है।