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इसराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में एक बात जो बार-बार पूछी जा रही है वह यह है कि क्या यह संघर्ष तमाम इस्लामी देशों को एक जुट कर पाएगा ? क्या सभी इस्लामिक देश मिलकर इजरायल के खिलाफ खड़े हो पाएंगे ? अभी तक तो इस संघर्ष के प्रति इस्लामिक देश का रुख बटा हुआ दिख रहा था लेकिन अब इसमें कुछ बदलाव नजर आ रहा है इजराइल लगातार गाजा पर हमले कर रहा है और इसे लेकर अरब देशों में नाराजगी बढ़ रही है। कतर से लेकर सऊदी अरब और ईरान तक ने कहा है कि इसराइल को हिंसा तुरंत रोकनी चाहिए। कतर के शासक तमीम बिन अहमद लिटानी ने कहा है बस बहुत हुआ इसराइल को कुछ भी करने के लिए हरी झंडी नहीं दी जा सकती लोगों की हत्या करने का लाइसेंस नहीं दिया जा सकता । सामने नजर आ रही हकीकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बिजली पानी खाने की सप्लाई को रोककर इंसानियत को मरना और किसी पूरी कौम के खिलाफ हथियार के इस्तेमाल करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वही सऊदी अरब ने कहा है कि फलस्तीनी लोग इजरायल की वार मशीन के साथ-साथ उसके प्रतिबंधों के शिकार है सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने कहा है कि हमें तुरंत सीज फायर करना होगा हमें दोबारा शांति कायम करने की प्रक्रिया शुरू करनी होगी । इसे संभव बनाना ही होगा अगर आप मुश्किलों से नहीं निकलना चाहेंगे चुनौतियों से नहीं निपटना चाहेंगे तो यहां कभी शांति नहीं होगी। सऊदी की विदेश मंत्री प्रिंस फैसल ब्राजील में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्च स्तरीय बैठक में मौजूद थे इस बैठक में गाजा के हालात पर चर्चा हो रही थी प्रिंस फैसल ने इस बैठक ने कहा कि गाजा पट्टी में खतरनाक घटनाएं हो रही है हजारों लोगों की मौत हो चुकी है हम एक दर्दनाक स्थिति में यह बैठक कर रहे हैं।इस्लामिक देश एकजुट हो सकते हैं प्रिंस फैसल ने कहा कि सऊदी अरब अपने दोस्त और भाईचारे वाले देशों के साथ मिलकर इस हिंसा को रोकने की हर संभव कोशिश कर रहा है। इस दौरान उन्होंने इजरायल के बारे में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून सहित अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता जा रहा है । एक देश जो खुलकर हम्मास का समर्थन कर रहा है वह है ईरान । ईरान लगातार मुस्लिम देशों की एकता की वकालत भी कर रहा है और कह रहा है कि इसराइल में जो फिलिस्तीन के खिलाफ हो रहा है उसके खिलाफ जवाब देने के लिए मुस्लिम देशों के बीच एकता की है ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम का कहना है कि मुस्लिम देशों के बीच बेहतर ताल मेल जरूरी है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक इब्राहिम रईस ने कहा मुस्लिम देश अगर एकजुट हो जाते तो यहूदियों के उत्पीड़न आक्रामकता और उसके पश्चिमी समर्थकों की जातियों को रोका जा सकता था हमें आपस में सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है ताकि बाहरी देश हमारे क्षेत्र के मामले में हस्तक्षेप ना करें इस्लामी देशों की एक जुटता वाली यह बात ऐसे कार्यक्रम में कहीं गई जो ईरान में सऊदी अरब के नए राजदूत के इंट्रोडक्शन के लिए आयोजित किया गया था गौर करने वाली बात है कि ईरान और सऊदी अरब के बीच 7 साल के बाद राजनितिक रिश्ते बहाल हो रहे हैं ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन इसराइल संघर्ष तमाम इस्लामी देशों को शायद एकजुट करने में कामयाब हो जाए।

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