9 नवंबर राज्य स्थापना दिवस के दिन देहरादून के राजपुर रोड पर हुई रिलायंस ज्वैलस शोरूम में करोड़ों की डकैती को अंजाम देने वाले तीन और आरोपियों को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया है ।डकैती के आरोपियों के साथ-साथ उनके अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने में पुलिस लगातार जुटी है डकैती कांड में अभी तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मुख्य आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं । एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि डकैती मामले में पांच में से एक आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है साथ ही तीन अन्य आरोपियों को जो फाइनेंशियल सपोर्ट के साथ हथियारों को डकैतों को मुहैया करवाते थे उनको भी बिहार से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया गया है । इसके साथ ही घटना के अभियुक्त प्रिंस और विक्रम पर दो दो लाख का इनाम घोषित किया गया है साथ ही अविनाश और राहुल के नाम भी सामने आए हैं इसमें अविनाश पहले भी कई लूट डकैती में आरोपी है जिस पर बिहार सहित अन्य जगहों पर मुकदमे चल रहे हैं यह सभी आरोपी बिहार के अलग-अलग जिलों के ही बताए जा रहे हैं तो वहीं पुलिस भी डकैती के तरीके से हैरान है क्योंकि यह अपना कोई भी सुराग डकैती के दौरान नहीं छोड़ते हैं और यही वजह है कि अब तक मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है हालांकि पुलिस की तफ्तीश में अन्य गैंग भी सामने आए हैं जो कि इन्हें फंडिंग करते थे और कई सारे अपराधों में लिप्त थे । इस पूरी डकैती कांड में सबसे मजेदार बात तो यह है कि यह जो खुला डकैती कांड है यह जेल से ही ऑपरेट किया जा रहा है और बाहर उनके गुर्गे जो भी काम करते हैं वह एक दूसरे को भी नहीं मालूम होता है यही वजह है कि अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं दूसरी तरफ पुलिस स्वीकार कर रही है कि डकैती और लूट की घटनाओं को रोकना पुलिस के मौजूदा हालात में नहीं होता है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से शोरूम सहित अन्य स्थानों में भी सिक्योरिटी गार्ड सहित अलार्म की व्यवस्था जरूर होनी चाहिए ताकि पुलिस को भी सहयोग मिले। इससे पहले भी डकैतों ने अंबाला ,पश्चिम बंगाल सहित कई जगहों पर डकैती की घटना को अंजाम दिया था हालांकि कई जगहों पर वह वारदात में सफल नहीं हो पाए थे लेकिन ऐसे में आगे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले समय मे डकैत किन जगहों पर डकैती डालने की फिराक में है । डकैतों की डकैती करने की हाईटेक योजना से जहां कई प्रदेशों की पुलिस डकैतों को पीछे लगी हुई है तो समझा जा सकता है कि डकैतों के हौसलें कितने बुलंद हैं