उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड अब कानून बनने जा रहा है । विधानसभा सत्र में 2 दिन की चर्चा के बाद आखिरकार आज यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल सदन में पारित हो गया है। यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल के सदन में पास होने के बाद उत्तराखंड की भाजपा सरकार के सभी मंत्री और विधायकों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मुबारकबाद दी । सभी विधायकों और मंत्रियों का कहना है कि पुष्कर सिंह धामी सरकार का यह ऐतिहासिक कदम है और यूनिफॉर्म सिविल कोड लाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया है।
यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर दो दिन तक पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने चर्चा की जिसमें विपक्ष की ओर से इस बिल पर चर्चा करते हुए कहा गया कि इस बिल में कई कमियां हैं जिनको सरकार को दूर करना चाहिए और उससे पहले जब तक बिल दुरुस्त नहीं कर लिया जाता तब तक इसको प्रवर समिति को सौंप देना चाहिए।
वही बीएसपी विधायक मोहम्मद शहजाद का कहना है की इस कानून में मुस्लिम मजहब की परंपराओं और शरीयत का उलंघन किया गया है क्योंकि इस्लाम के मानने वालो को यह सब अधिकार भारत का सविधान देता है ऐसे में अगर उनके संविधानिक अधिकारों का उलंघन करके यह कानून बनाया गया है तो यह कानून भारत की उच्च अदालत में नहीं टिकेगा। सरकार को इस में संशोधन करना चाहिए और सभी धर्मों की भावनाओ का ख्याल करके कानून बना चाहिए।
उत्तराखंड यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल के पारित होने से जहां एक तरफ बीजेपी के तमाम नेता और कार्यकर्ता बेहद खुश नजर आ रहे हैं वहीं कांग्रेस ने इस बिल को जल्दबाजी में लाया हुआ बिल करार दिया है और यह कहा है कि इस बिल में कई कमियां हैं और अगर यह कानून का रूप लेता है तो आने वाले समय में इसकी वजह से कई वर्गों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।