उत्तराखंड में इन दिनों बाघों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसके कारण अब मानव और वन्य जीवों के बीच संघर्ष के मामले बढ़ते जा रहे है। वन महकमे के आला अधिकारियों की माने तो मानव और वन्य जीव के बीच बढ़ते संघर्ष की एक वजह यह भी है की बाघों की संख्या में इन दिनों वृद्धि हुई है । साथ ही सर्दियों में जंगलों में अंधेरा बढ़ जाता है जिसके कारण ऐसी घटनाए बढ़ जाती है।

हाल ही में मानव और वन्य जीवों के संघर्ष के मामले बढ़ते से जहा एक तरफ विभाग चिंतित है वही दूसरी तरफ बाघों की संख्या बढ़ने से पर्यटन की दृष्टि से विभाग खुश भी नजर आ रहा है इतना ही नहीं विभाग इसके लिए भी फिक्रमंद है की रेस्क्यू सेंटरों में बाघों को रखने की जगह भी नहीं है दूसरी तरफ बढ़ रही घटनाए भी विभाग के लिए चिंता का सबब बन रही है हालाकि विभाग के आला अधिकारियों का कहना है की हमले घटनाओं को रोकने के लिए जो जरूरी प्रयास हो सकते है वह विभाग की और किए जा रहे है साथ ही वह लोगो से अपील भी कर रहे है की मौजूदा दिनों में लोगो को वनों में जाने से बचना चाहिए क्योंकि यह बाघों के प्रजनन का वक्त होता है जिस कारण बाघ इंसानों को देखकर हिंसक हो जाते है।